द फॉलोअप डेस्कः
जेएलकेएम के सुप्रिमो जयराम महतो आज जब सदन पहुंचे तो उनसे पत्रकारों ने जेएसएससी सीजीएल आंदोलन से जुड़ा सवाल किया और पूछा कि आरोप है कि क्या बीजेपी के इशारे पर छात्र आंदोलन कर रहे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि आज जब भी कोई आंदोलन होता है तो इसका ठिकरा विपक्ष पर फोड़ दिया जाता है। मैं तो कहता हूं अब तो सरकार बन गई है आप खुद बाहर आईए। आप खुद छात्रों की टीम से बात कीजिए। आप छात्रों को संतुष्ट कीजिए। लाठीचार्ज के सवाल पर उन्होंने कहा कि कई छात्र के अलावे हमारे पार्टी के प्रत्याशी भी घायल है। उनसे मेरी मुलाकात नहीं हुई है। कल तक सदन है सदन खत्म होने के बाद ही हम उनसे मिलेंगे। इस मुद्दे को भी मैं सदन में उठाऊंगा अगर मुझे समय मिला तो।
उनसे जब एक पत्रकार ने पूछा कि आपने मुख्यमंत्री से बात की इसके बाद भी लाठीचार्ज हो गया। इसपर उन्होंने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि आज छात्रों के साथ इस तरह का दुर्व्यवहार किया जा रहा है। एक और पत्रकार ने पूछा कि इस आंदोलन को राजनीति से प्रेरित बताया जा रहा है। इस पर जयराम ने कहा कि सरकार आपकी गठित हो चुकी है आप बैठ के बात कीजिए ना। बात करने से ही समस्या का समाधान होगा। छात्रों में आक्रोश बढ़ रहा है। बात बिगड़ रही है। उन्होंने कहा कि छात्रों के आंदोलन को जेएलकेएम का सर्मथन है।
युवाओं के भाग्य से जुड़े सवाल पर जयराम महतो ने कहा कि युवाओं का भाग्य तभी बदलेगा जब माननीय उनके बारे में सोचेंगे। ये चुन के आए हैं उनके वोट से और सोचते हैं कि कहां से टेंडर मिलेगा। कहां से खनन का आवंटन किया जाएगा। कहां से भूमि का विस्तार किया जाएगा। जब ये 12 बजे रात में युवाओं के बारे में सोचेंगे तभी उनका भाग्य बदलेगा। एक अन्य पत्रकार ने जब उनसे पूछा कि कहा जा रहा है कि सीट को बेचा गया है। ज्यादातर सीट जिनको बेचा गया है वो बाहरी है। इसपर जयराम ने कहा कि संभवना है इससे इनकार नहीं किया जा सकता है। क्योंकि कुछ समय के लिए जब चंपाई सोरेन मुख्यमंत्री बने थे तो उन्होंने स्टेटमेंट देकर परीक्षा को पोस्टपोंड किया था और एसआईटी का गठन भी किया गया था।